गरुड पुराण के अनुसार ये है नर्क में मिलने वाली 9 सबसे भयानक सजाएं, किसी में गर्म तेल में डालकर तो किसी में लिंग काटकर दी जाती है सजा।

हमारे सनातन धर्म में गरुड पुराण के जिक्र के बारे में सभी ने सुना ही होगा। विष्णु पुराण में भगवान विष्णु और पक्षियों के देवता गरुड के बीच एक संवाद का जिक्र किया गया है। इस ग्रंथ में मनुष्य की मौत के बाद होने वाली गतिविधियों के बारे में बताया गया है।

जैसे कि मरने के बाद क्या क्या होता है। हमें किस प्रकार के कर्मों की कैसी सजा मिलती है। वहीं स्वर्ग और नर्क का सिद्धांत भी इसी ग्रंथ में दिया गया है। इस ग्रंथ का एक भाग पूर्ण रुप से कर्मों के लिए दिए जाने वाली सजा पर आधारित है। तो आइए हम इस आर्टिकल में सबसे भयावह सजा के बारे में विस्तार से जानते है।

 

नर्क में मिलने वाली 9 सबसे भयानक सजाएं

1. अन्धकुपम

ये सजा उन लोगों के लिए है। जिन का स्वभाव बुरा होता है। जिन्हें अच्छे लोगों को परेशान करने में और सताने में बडा मजा आता है। ऐसे पापियों को कुंए में डाल दिया जाता है, इस कुएं में खतरनाक जानवर और सांप होते है।

2. तप्तमूर्ति

जो लोग सोने या किसी अन्य धातु को चुराते है, उन्हें नरक की गर्म आग में जिंदा जलाया जाता है।

3. क्रीमी भोजनम

जो लोग दूसरों का बस स्वार्थ के अनुसार इस्तेमाल करते है। उन्हें नर्क में कीडे और सरीसृप जिन्दा खा जाते है।

4. सलमाली

जो अपने पति या अपनी पत्नी के अलावा किसी और के साथ शारीरिक संबंध बनाते है। उनके अंग को नर्क में जलते हुए गर्म लोहे में डाल दिया जाता है और यमदूत बुरी तरह से पीटते है।

 

5. वैतरणी

ये सजा उनके लिए है। जो शासन में रहते हुए पद का गलत उपयोग करते है। ऐसे में उन्हें ऐसी नदी में से होकर गुजरना पडता है। जहां मानवशरीर, उनकी खोपडियां, कंकाल और खून जैसे कई सारी डरावनी चीजें पडी रहती है। इसमें लोगों को ये सारी चीजें खानी भी पडती है।

6. पुयोढुकम

ये सजा उन मर्दों के लिए है, जिन्होंने महिलाओं के साथ संभोग किया हो औऱ उन्हें धोखा देकर छोड दिया हो। उन्हें नर्क में जानवर समझा जाता है और मल-मूत्र भरे कुएं में डाल दिया जाता है।

7. अविची

ये सजा उनके लिए है, जिन्होंने झूठी कसमें खाई हो या झूठी गवाही दी हो। उन लोगों के शरीर में आग लगाकर ऊंचाई से फैंक दिया जाता है। वे लोग सतह पर पहुंचने से पहले ही राख हो जाते है।

 

8. राक्षसोभोजनम

ये ऐसे लोग है, जिन्होंने जानवरों की बलि दी हो और उनका मांस खाया हो। इन्हें नर्क में लाया जाता है। उन्होंने जितने जीवों को पापियों ने मारा होता है। वे सारे यहां उपस्थित होते है और उनको चीर कर खा जाते है।

9. दंदसुकम

ये सजा उन लोगों के लिए है, जिन्होंने कभी जीवों के मांस और उनके शरीर का व्यापार किया हो। उन्हें यहां लाया जाता है। फिल उन्हें राक्षसी जीव जिंदा खा जाते है।