- हनुमान जी को कलयुग में जागृत देव माना गया है, रामभक्त हनुमान जी चमत्कारी सफलता देने वाले देवता माने गए है। आज के समय में हनुमान जी सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माने गए है। अतः हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्तो द्वारा अनेक प्रयास किये जाते है। इन उपायों से भक्त की सभी इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं और सुख-समृद्धि, धन-दौलत प्राप्त होती है। ये उपाय इस प्रकार हैं- हनुमान जी का चौपाई पढ़ सबसे सरल उपाय है बजरंग बली को प्रसन्न करने का। हनुमान चालीसा की ये चौपाई पढ़ने से बहुत जल्द शुभ फल प्रदान करते हैं। जो व्यक्ति मंगलवार के दिन रात के समय हनुमान चालीसा की इस चौपाई का पाठ करता है जिसमें अष्टसिद्धी व नवनिधी के वाक्य निर्मित हैं वो व्यक्ति धन धान्य से संपन्न होता है।
ये रहे वो चौपाई :
“भूत पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावे” इस चौपाई का जाप उनलोगों के लिए बहुत लाभकारी होता है जिनको भय सताता हो। इस चौपाई का प्रतिदिन शाम में 108 बार जाप किया जाए तो हर प्रकार की बाधा से मुक्ति मिलती है।
“नाशे रोग हरे सब पीड़ा, जपत निरंतर हनुमत बीरा” ये चौपाई उन लोगों यह रामबाण उपाय है जो लंबी बीमारियों से पीडित है। इसके अलावा कार्यों में आ रही बेवजह की बाधाएं आनी भी रुक जाती हैं और आप आसानी से अपना हर कार्य पूरा करते हुए पढ़ाई, जॉब या बिजनेस में सफलता पाते हैं। धीरे-धीरे आपको आर्थिक संपंन्नता भी प्राप्त होती है।
“अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता अस बीर दीन जानकी माता” ये चौपाई चमत्कारी चौपाई है जो आपको परेशानियों से लड़ने की शक्ति देती है। ब्रह्म मुहूर्त में स्नान के बाद आधे घंटे तक जाप करें। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपका हर काम बिना किसी परेशानी के होने लगा है और जो रुक रहे रहे वो कार्य भी आसानी से पूरे हो गए हैं। धन प्राप्ति से लेकर जिस भी विशेष कामना के साथ आप इस चौपाई का जाप 108 बार करेंगे वह तुरंत पूरा होगा।
“विद्या बाण गुणी अति चातुर राम काज करिबे को आतुर” बिना ज्ञान और बुद्धि के संसार में कुछ भी पाना संभव नहीं है। ऐसा व्यक्ति हमेशा ही गरीबी और उपेक्षा का शिकार होता है। विद्या बुद्धि प्राप्ति के लिए सुबह स्नान के बाद 108 बार इन चौपाइयों का जाप करें।
“भीम रूप धरि असुर संहारे रामचंद्र के काज संवारे” इसका प्रतिदिन जाप करने से व्यक्ति के हर बिगड़े कार्य बन जाते हैं और किसी भी कार्य में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आती। व्यापार में बाधा हो या आर्थिक परेशानियां, प्रतिदिन प्रातः काल इसका 108 बार जाप करें।