अगर आपके हाथ में भी है ऐसी रेखा तो, लाख कोशिश कर लें कभी नहीं मिलेगी सफलता

हस्तरेखाओं का पाठन जिसे हस्तरेखा विज्ञान अथवा सामुद्रिक शास्त्र भी कहते हैं, सारी दुनिया में प्रचलित है। इसका प्रारम्भ भारतीय ज्योतिष शास्त्र एवं जिप्सी भविष्य वक्ताओं से हुआ है। इसका उद्देश्य हस्तरेखाओं के अध्ययन से किसी व्यक्ति के चरित्र अथवा भविष्य का आकलन करना होता है।

चाहे आप शौकिया हस्तरेखाएँ पढ़ने वाले हों, केवल मज़े से समय बिताने के लिए पढ़ने वाले हों अथवा मित्रों को प्रभावित करने के लिए पढ़ने वाले हों आप भी किसी का हाथ अपने हाथ में ले कर अंतर्दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं। आज आपको बताएंगे आपके हाथ की ऐसी रेखा के बारे में जिससे आपके सफल होना या होना तय होता है-

क्या आप हर समय परेशान रहते हैं?

क्या आपकी गिनती भी उन्हीं लोगों में होती है जो बात बात पर टेंशन ले लेते हैं, परेशान हो जाते हैं. कहीं यह आपकी हॉबी तो नहीं बन गया. क्या आप वक्त परेशान रहते हैं.

रेखाएं हैं कारण-

अगर ऐसा कुछ आपके साथ है तो इसका कारण है आपके हाथ की रेखाएं. वो रेखाएं जिन्हें हस्तरेखाशास्त्र की जुबान में टेंशन रेखा कहा जाता है. हाथ के अंगूठे और इंडेक्स फिंगर यानि अनामिका अंगुली के बीच से निकलकर शुक्र पर्वत को घेरते हुए जो रेखा मणिबंध तक जा रही है और उस रेखा को कुछ आड़ी-टेढ़ी रेखाएं काट रही हैं तो उन रेखाओं को टेंशन रेखा या प्रभावक रेखा कहा जाता है.

क्या है टेंशन रेखा?

आपका आने वाला कल कितना सुखद होगा या उसमें कितनी चिंताएं होंगी, आपका पारिवारिक जीवन कैसा रहेगा. ये सब बातें चिंता रेखा देखकर जानी जा सकती हैं. वैसे ये आढ़ी-टेढ़ी रेखाएं ये भी बताती हैं कि आप अपने परिवार के कितने नजदीक हैं, आपके मित्र आपसे कितनी निकटता रखते हैं और आपसे उन्हें कितना लगाव है. परंतु अगर शुक्र पर्वत पर कई आड़ी रेखाएं हो तो ये रेखाएं जीवन में रुकावट का चिन्ह है. ये रुकावटें आपकी सफलता के बीच में आती है.

कैसी होती हैं ये रेखाएं?

ये आढ़ी रेखाएं जीवन रेखा के मार्ग में परेशानियां पैदा करती हैं इसलिए इसे चिंता रेखा कहा जाता है. यदि ये रेखाएं गहरी और लाल रंग की होती है तो बताती हैं कि आपको बहुत सी परेशानियों और चिंताओं का सामना करना होगा. ऐसे लोग अक्सर निराशा के साये में ही घिरे रहते हैं. अगर ये रेखाएं कुछ ज्यादा ही गहरी हो जाएं तो व्यक्ति भयंकर बीमारी की चपेट में चला जाता है. साथ ही जीवन पर खतरा भी मंडराता रहता है.

अगर गहरी नहीं हैं रेखा ?

वहीं आपको ये भी बता दें कि अगर आपकी ये चिंतन की रेखाएं ज्यादा लंबी या गहरी नहीं हैं तो ये रेखाएं और अस्थाई यानि कुछ समय के लिए परेशानियों का कारण बनती हैं. इनका मतलब होता हैं कि वो जल्द ही खत्म हो जाएंगी. साथ ही आपकी परेशानियां भी.

जीवन रेखा के साथ-साथ अगर ज्यादा ही प्रभाव रेखाएं दिख रही हों तो जातक का पारिवारिक जीवन निरंतर बाधाओं से युक्त और दुखों से भरा रहने वाला है.

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