जीवन के मर्म का प्रतीक माना जाता है लड्डू
ऐसे में मोदक यानी लड्डू केवल नैवेद्य नहीं बल्कि जीवन के मर्म का प्रतीक भी माना जाता है। श्री गणेश को मोदक चढ़ाते समय संख्याओं का भी बहुत ज़्यादा महत्व होता है। गणेश चतुर्थी की पूजा के समय श्री गणेश को 21 मोदक अर्पित करना चाहिए। इसके लिए श्री गणेश के 10 नामों का उच्चारण करते हुए हर बार दो मोदक चढ़ाएँ। इस तरह से श्री गणेश को 20 लड्डू चढ़ाएँ। इसके बाद आख़िरी 21वाँ लड्डू स्वयं प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। श्री गणेश को मोदक के साथ ही हरी दूर्वा घास के 21 अंकुर भी अर्पित करें।
संख्या के अनुसार लड्डू चढ़ाने से होती है मनवांछित फल की प्राप्ति
इस गणेश चतुर्थी पर जो भी भक्त श्री गणेश को अपनी राशि के अनुसार निश्चित संख्या में लड्डू अर्पित करते हैं, उन्हें मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। राशि के अनुसार लड्डू की संख्या का निर्धारण होता है।
अपनी राशि के अनुसार श्री गणेश को इस तरह से लड्डू चढ़ाएँ
*- मेष राशि के लोगों को श्री गणेश को 28 मोदक का भोग लगाना चाहिए।
*- वृष राशि के जातक इस गणेश चतुर्थी श्री गणेश को 23 मोदक का भोग लगाएँ।
*- मिथुन राशि वाले लोग श्री गणेश को 31 मोदक का भोग लगाएँ।
*- कर्क राशि वाले जातक श्री गणेश को इस गणेश चतुर्थी पर 21 मोदक का भोग लगाएँ।
*- सिंह राशि वाले जातकों को श्री गणेश को 108 लड्डुओं का भोग लगाना चाहिए।
*- कन्या राशि के लोग श्री गणेश को 31 मोदक का भोग लगाएँ, इससे उनकी सभी इच्छाएँ पूरी हो जाती हैं।
*- तुला राशि के जातकों को इस गणेश चतुर्थी 23 मोदक का भोग लगाना चाहिए।
*- वृश्चिक राशि के जातक श्री गणेश को 56 लड्डुओं का भोग लगाएँ।
*- धनु राशि के जातक 24 लड्डुओं का श्री गणेश को भोग लगाएँ।
*- मकर राशि के जातकों को श्री गणेश को 36 लड्डुओं का भोग लगाना चाहिए।
*- कुम्भ राशि वाले लोग श्री गणेश को इस गणेश चतुर्थी 51 मोदक का भोग लगाएँ।
*- अंत में मीन राशि वाले जातकों को श्री गणेश को 108 मोदकों का भोग लगाना चाहिए।
ज्ञान का प्रतीक माना जाता है लड्डू
शास्त्रों में मोदक को आनंद का प्रतीक माना गया है। इसके साथ ही इसे ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है। इसी वजह से यह ज्ञान के देवता श्री गणेश को अत्यंत प्रिय है। अगर आप मोदक के आकार पर ध्यान देंगे तो पता चलेगा कि वह ब्रह्मांड जैसा दिखतहाई। इस वजह से यह भी माना जाता है कि श्री गणेश के हाथों में मोदक का होना यानी ब्रह्मांड के होने जैसा है। मोदक चढ़ाने से श्री गणेश जी व्यक्ति के सभी कष्टों को हर लेते हैं और व्यक्ति का नया जीवन शुरू होता है