किन्नर का नाम सुनते ही मन मस्तिष्क में एक ऐसी प्रजाति का ख्याल आता है जो न ही पुरूष है और न ही स्त्री। लेकिन अगर हम बड़े बूजुर्गों को बातों पर ध्यान दें तो कहा गया है कि अगर किन्नर किसी को मन से दुआ देता है तो वह अवश्य पूरी होती है। इसलिए भूलकर भी किसी किन्नर की बद्दुआ ना लें। यही कारण है कि हमारे समाज में देखा जाए तो किन्नर को शादी विवाह, जन्मोत्सव आदि में बुलाया जाता है पर क्या आप जानते है की किन्नर समुदाय सिर्फ ऐसे उत्सवो में ही क्यों आते है जब कोई उत्सव चल रहा होता है, हम जब यह जानने की कोशिश की तो पता चला की किन्नर आपने आप को मंगल मुखी मानते है यानि वो तभी आते है जब कोई मांगलिक कार्य चल रहा होता है।
ऐसी भी मान्यता है की किसी किन्नर की दुआएं आपके बुरे वक़्त को दूर कर सकती है। माना जाता है की ब्रम्हा जी की छाया से किन्नर का जन्म हुआ है इसलिए किन्नर का अपमान ब्रम्हा जी का अपमान होता है, किन्नर समुदाय को दान करने से बहुत सी परेशानिया दूर हो जाती है इसलिए लोग दिल खोल कर किन्नरों को मनचाहा दान देते है। पर क्या आप जानते है की किन्नरों को हर वस्तु का दान नहीं किया जा सकता। कभी भूलकर भी न करें इनका दान क्योंकि आपके लिए ये बर्बादी का कारण बन सकता है।
भूलकर भी न दें ये पांच चीजें
1. कभी भी किन्नरों को दान में झाडू नहीं देना चाहिए क्योंकि झाडू का दान देने से घर में पैसा नहीं रूकता है।
2. भूलकर भी कभी किन्नरों को दान में स्टील के बर्तन नहीं देने चाहिए। ऐसा करने से घर की सुख-शांति समाप्त हो जाती है।
3. कभी भी किन्नरों को दान में पुराने कपड़े नहीं देने चाहिए।
4. कभी किन्नरों को तेल का दान भी नहीं करना चाहिए।
5. भूलकर भी किन्नरों को प्लास्टिक का दान नहीं करना चाहिए, इससे घर की तरक्की रूक जाती है।