दोस्तों हिन्दू धर्म में शनिदेव का एक विशेष स्थान हैं. इनकी कृपा द्रष्टि और क्रोध दोनों का ही हमारे जीवन पर गहरा असर पढ़ता हैं. ऐसा कहा जाता हैं शनिदेव जिन लोगो से प्रसन्न रहते रहते हैं उनके सारे काम बिना कोई परेशानी के होते चले जाते हैं. लेकिन यदि एक बार शनिदेव किसी व्यक्ति की वजह से क्रोधित हो गए तो समझ लो आपका बुरा वक़्त शुरू हो चुका हैं. शनिदेव की नफरत मोल लेना बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता हैं. एक बार शनिदेव आपसे क्रोधित हो जाए तो आपके सारे काम उलटे पड़ने लगते हैं. यहाँ तक कि कुछ लोगो को स्वास्थ सम्बंधित परेशानियाँ भी आने लगती हैं. ऐसे में ये बहुत जरूरी हो जाता हैं कि आप शनिदेव को हमेशा प्रसन्न रखे.
आज हम आपको कुछ ऐसी बुरी आदतें बताने वाले हैं जिनकी वजह से शनिदेव को क्रोध आता हैं. जिन लोगो के अन्दर ये 4 बुरी आदतें विद्यमान हैं उन्हें जल्द ही इन्हें बदलना चाहिए वरना शनिदेव रुष्ट हो सकते हैं.
ये आदतें करती हैं शनिदेव को क्रोधित
1. भगवान का अपमान: कई लोगो की आदत होती हैं कि जब उसकी लाइफ में सबकुछ अच्छा और मनमुताबिक हो रहा होता हैं तब तो वो भगवान की बड़ी तारीफ करता हैं. लेकिन जब उसकी लाइफ में कुछ गलत या उसकी मर्जी के अनुसार चीजे घटित नहीं होती हैं तो वो भगवान को कोसने लगता हैं, उन्हें ताने मारने लगता हैं. शनिदेव को ऐसे नेचर वाले लोग बिलकुल पसंद नहीं होते हैं.
2. शनिवार को दीपक ना लगाना: वैसे तो रोजाना ही भगवान की पूजा पाठ करना और उन्हें दीपक अगरबत्ती लगाना शुभ होता हैं. लेकिन जो व्यक्ति शनिवार के दिन घर में या मंदिर में तेल का दीपक नहीं जलाता हैं शनिदेव उससे अप्रसन्न रहते हैं. वह उस व्यक्ति के ऊपर से अपनी कृपा दृष्टि हटा लेते हैं. इसलिए प्रत्येक शनिवार को कम से कम एक वक़्त तेल का दीपक जरूर प्रज्वलित करना चाहिए.
3. चमड़े की वस्तु पहन पूजा: आप जब भी शनिदेव की आरधना करते हैं तब अपने शरीर पर किसी भी चमड़े से बनी वस्तु जैसे बेल्ट, लेदर जैकेट, पर्स इत्यादि ना रखे. शनिदेव को यह बिलकुल पसंद नहीं हैं. आप अपने घर में पूजा कर रहे हो या शनि मंदिर में, बस इन चमड़े से बनी वस्तु को उनके नजदीक ना ले जाए.
4. कौए को पत्थर मारना: कई बार जब कौआ हमारे घर की छत या आँगन में आ जाता हैं तो कुछ लोग उसे पत्थर मार भगाने लगते हैं. आपको बता दे कि शनिदेव को ऐसी हरकत करने वाले व्यक्ति बिलकुल पसंद नहीं आते हैं. कौआ शनिदेव का वाहन होता हैं ऐसे में उनके वाहन को पत्थर मारना मतलब खुद शनिदेव का अपमान माना जाता हैं. ऐसा करने वाले लोगो के ऊपर दुःख के काले बादल मंडराने लगते हैं.